दोस्तो, आज आपके लिए पेश है एक बिल्कुल सच्ची कहानी।यह बात अभी दो महीने पहले की है। हमारे ग्रुप के ही दोस्त हरीश की शादी हुए अभी 4-5 महीने ही हुए थे, बाकी हम सब अभी कुँवारे थे, मतलब कुँवारे तो नहीं थे मगर और किसी की शादी नहीं हुई थी।अक्सर हम सब शाम को बैठ के दारू शारु पिया करते थे, एक दिन ऐसे...
Dost Ne Khud Apni Biwi Chudwai
