गुरुवार, 21 मार्च 2013

18 के बाद व्यस्क लड़की बनी मेरी बहन

व्यस्क लड़की बनने की सही उम्र क्या है? किसी को नहीं मालूम, लेकिन लोगो के हिसाब से 18 साल के बाद लड़की दोनों व्यस्क लड़की हो जाती है । वैसे तो आजकल सेक्स करने की कोई सीमा नहीं होती । लडको का लंड बड़ी जल्दी खड़ा होने लगता है और लडकियो की चूत में भी खुजली आजकल बड़ी ही जल्दी होनी शुरू हो जाती है । ख़ैर, ये तो बहुत ही सामान्य सी चीज़ है और हर कोई इसके बारे में जानता है । मै आज यहाँ आपको अपनी बहन की कहानी बताना चाहता हु, जिसकी जवानी किसी व्यस्क लड़की की तरह फूटी और उसकी बरसात में भीगने का आनंद मैने लिया । ये बात ज्यादा पुरानी नहीं है, कुछ 3-4 साल पहले की बात है । मेरी बहन कुछ महीनो पहले ही व्यस्क लड़की बनी थी, मतलब 18 साल की हुई थी, उसके अन्दर कुछ बदलाव भी आये थी, जैसे की उसके चुचे गोल और बड़े हो गये थे और जब वो टॉप पहनती थी, तो साफ़ पता चलता था, कि वो कसे हुए है और खड़े है । अक्सर, मैने उसकी पेंटी पर भी सफ़ेद दाग देखा था ।
मुझे कुछ-कुछ तो समझ आने लगा था और अगर किस्मत से मुझे उसकी पेंटी बाथरूम में मिल जाती थी, तो मै उसको पकड़कर सूंघ लेता था और कभी-कभी उसको अपने लंड पर रगड़कर मुठ भी मार लेता था । मुझे ब्लूफिल्म भी देखने का बड़ा शौक था और रोज़ रात को अकेले में ब्लूफिल्म देखता था और हिंदी सेक्स कहानिया भी पढता था । तब मेरे कमरे का दरवाजा बंद होता था और मै आधा नंगा होता था और मै अपने लंड को सहलाता था और मुठ मारकर मज़ा लेता था । मुझे नहीं मालूम था, कि मेरी बहन रश्मि को मेरी इन हरकतों का मालूम था । एकदिन, हमारे माँ-बाप को 2-3 दिन के लिए बाहर जाना था और घर में, हम दोनों भाई-बहन अकेले थे । मौसम अच्छा था और रश्मि अपने कमरे में पढाई कर रही थी, मै भी अपने कमरे में चला गया और मैने अपना कमरा बंद कर लिया और ब्लूफिल्म चालू कर ली ।
उसदिन, मैने पहली बार अपने पुरे कपडे उतार दिए और पूरा नंगा होकर ब्लूफिल्म चालू कर ली और आवाज़ भी थोड़ी तेज कर ली । मै बिस्तर पर लेटकर ब्लूफिल्म देखने लगा और अपने लंड को सहलाने लगा और मस्ती मे मुठ मारने लगा । तभी, बाहर से आवाज़ आई; भईया दरवाजा खोलो; मैने कहाँ अभी मै व्यस्त हु और बाद में आना । रश्मि बोली, मुझे मालूम है, कि तुम अन्दर क्या कर रहे हो और अगर तुम चाहते हो, कि मै माँ को कुछ न बोलो, तो कमरा खोलो और हां, जिस हालत में उसी मे खोलना, कपडे मत पहनना । जब मैने नंगी हालत में दरवाजा खोला, तो वो खुश हो गयी और अन्दर आकर मेरे लंड को देखकर बोली । तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है, मेरी सहेली तो बोल रही थी, कि उसके नौकर को 2-3 इंच का ही होगा । मैने बनावटी गुस्से में उसको बोला, तुम ये सब करते हो कॉलेज में; तो वो भी उसी लहजे में बोली, और तुम क्या करते हो अन्दर कमरे में और हम दोनों ही जोर-जोर से हंस पड़े । मुझे आज पक्का यकीन हो गया था, मेरी बहन अब व्यस्क लड़की बन चुकी है और उसके शरीर में बदलाव केवल बाहरी ही नहीं है और उसको भी ठरक, सेक्स और संभोग की परिभाषा पता लग चुकी है ।
उसने किसी परिपक्व व्यस्क लड़की की तरह, मेरे लंड को अपने हाथो में ले लिया उसको मस्ती में सहलाने लगी । मेरा लंड आज पहली बार बार इतनी तेज झटके मार रहा था और आज कुछ ज्यादा ही बड़ा हो गया था । रश्मि ने मुझे बोला, कि कोई मस्त ब्लूफिल्म चालू करो और हम दोनों वैसे ही करेंगे । मैने अपनी सबसे पसंदीदा ब्लूफिल्म चालू की और रश्मि ने भी बिलकुल वैसे की करना शुरू कर दिया । रश्मि ने अपने से पहले अपने एक-एक करके उतारे और ब्रा-पेंटी में आ गयी । मुझे नहीं मालूम था, कि उसको सेक्सी और मस्त ब्रा-पेंटी पहने का शौक है । उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी चूत पर रगड़ने लगी । मैने उसको बोला, तुमने कभी सेक्स किया है, उसने ना सिर हिला दिया । फिर, मैने उसको बोला, कि तुम्हे संभोग के बारे में इतना कुछ कैसे मालूम? उसने हंसकर जवाब दिया, कि ब्लूफिल्म तुम्ही देखती हो क्या और जोर से हंस पड़ी । हम दोनों हंस रहे थे और मैने उसकी पेंटी में हाथ डालकर उसको अपनी तरफ खीच लिया और अपने शरीर से चिपका लिया ।
उसका शरीर गरम था और जैसे ही उसका जिस्म मेरे बदन से लगा, मेरे नंगे बदन में करंट सा दौड़ गया । मुझपर हवस और वासना का कामुक भुत स्वर हो गया था और मेरी उतेजना बड़ती जा रही थी और मैने रश्मि को अपनी गोद में उठा लिया और उसके पेट के छेद को अपने होठो से चूमने लगा और मैने किसी कुत्ते की तरह उसके पेट को चाटने लगा । मेरी जीभ किसी धारदार चाकू की तरह उसके बदन को रौंद रही थी । उसका बदन मेरी बाहों में मचल रहा था और उसके मुह से कामुक आहे निकलने लगी थी आआआआअ …ओहोहोहोहोह्हो …मर गयी ….भाई, तू बड़ा जबरदस्त है …तेरी जीभ अहहहः ..मर गयी । उसकी कामुक आवाज़, उसकी उतेजना और उसका पागलपन मुझे और भी गरम कर रहा था । मुझे पता नहीं था, कि क्या होने वाला है; लेकिन उस समय तो मेरी वासना मुझ पर हावी थी ।
मैने अपने मुह से, दातो से उसकी ब्रा को दबा लिया और उसका हुक तोड़ दिया और उसके गोल-गोल मस्त नरम चुचे मेरे सामने लटक गये । उसके खड़े हुए गुलाबी निपल को देखकर मेरे मुह में पानी आ गया पर मैने दोनों दातो के बीच में उसके निपल को दबा लिया और मस्ती में चूसने लगा । वो मेरे हाथो से छुटने की कोशिश कर रही थी, अब मेरे हाथ भी थकने लगे थे, तो मैने उसको बिस्तर पर लिटा दिया और उसके चूचो पर धावा बोला दिया । मेरे हाथ उस व्यस्क लड़की के चूचो को मस्ती में दबा रहे थे और उसने अपने हाथ नीचे डालकर मेरे लंड को पकड़ लिया और वो मेरे लंड को दबाने लगी । मुझे हल्का दर्द होने लगा और मेरे मुह आहे निकलने लगी आआआआ ….साली ..कुतिया …छोड़ दे उसे …मत कर …अहहहहाह । मै बिलकुल वही कर रहा था, जो उस ब्लूफिल्म हो रहा था । अब मै उस व्यस्क लड़की के नीचे आया और उसकी दोनों टांगो को अपने हाथो से खोल दिया और अपनी जीभ उसकी चूत पर लगा दी ।
मैने जैसे ही अपनी जीभ उसकी चूत पर लगायी, वो उछाल कर उठी और बोली, साला ये तो करंट लग रहा है और बोली अब बर्दाश्त नहीं हो रहा, डाल दे अन्दर । मैने उसको पीछे धक्का मारा और अपने लंड मसलता हुआ, उसकी चूत की तरफ कर दिया और मस्ती में उसकी चूत पर रगड़ने लगा । वो व्यस्क लड़की मचल रही थी और अपने चुचे खुद ही किसी पागल लड़की की तरह बेहताशा दबा रही थी । मैने अब बिना देर किये हुए, एक ही बार में जोरदार झटके के साथ अपना लंड उसकी चूत में उतार दिया और उसके मुह से बड़ी जोर से चीख निकल गयी, म्मम्मम …र्र्रर्र्र्रर्र्र गयी और मैने बिना रुके उसको चोदना जारी रखा । 1-2 मिनट बाद, उसकी गांड भी चलनी शुरू हो गयी और उसकी चूत ने अपना पूरा माल छोड़ दिया और वो सब मेरे लंड के आगे-पीछे होने के साथ बाहर आने लगा । कुछ ही देर में, मैने भी अपना वीर्य उसकी चूत के बाहर गिरा दिया और उसके ऊपर गिर गया । अब जबतक माँ-पापा नहीं आये; हम दोनों ने पुरे दिन और पूरी रात सेक्स किया और मैने अपने आप को व्यस्क लड़की की जवानी की बरसात में अपने को भिगो दिया । दोस्तों आपको वयस्क लड़की की यह कहानी कैसी लगी, जरुर कमेन्ट दे…रोजाना वयस्क लड़की कहानी और वयस्क लड़की वीडियो के लिए देखते रहे सकसेक्स |
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