वैसे तो, इंडियन आंटी की धूम सब जगह होती है और आजकल जवान लड़के इंडियन आंटी को ज्यादा पसंद करते है, क्योकि एक तो वो बिस्तर पर आने के लिए आसानी से मान जाती है और उन्हें बिस्तर पर हर तरह से संभोग करना पसंद है और उन्हें सेक्स के समय लेने वाली सारी जरुरी बातें मालूम होती है, जो नौजवान युवतियों को नहीं मालूम होती और उनके साथ सेक्स बिलकुल सुरक्षित होता है | मैने भी अपना पहला सेक्स एक आंटी के साथ ही किया था उसकी उम्र करीब ३८ साल थी और वो एक इंडियन आंटी थी | जब उन्हें पता चला; कि मै सेक्स पहली बार कर रहा हु तो उन्होंने मुझे पूरी तरह से सेक्स के बारे मे बताया और बड़े ही अच्छे से सेक्स करना सिखाया | उन्हें शायद पहली बार सेक्स मे मेरे साथ मज़ा ना आया हो, लेकिन बाद मे मैने उनको अपने बड़े लंड के मजबूत टक्कर से सारी जन्नत के मज़े करवा दिये |
उसके बाद तो, आंटी ही सेक्स और संभोग के मज़े मेरी पसंद थी, उसके बाद मुझे एक विदेश यात्रा पर जाने के मौका मिला और मैने वहा भी विदेशी आंटी को चोदा और जो मज़े वहा की आंटी ने बिस्तर पर करवाए, उसने मुझे हर इंडियन आंटी के साथ बिस्तर पर बिताया हुआ समय भुला दिया | वो आंटी इतनी कामुक और मदमस्त थी और उसे अपने शरीर का उपयोग करना बखूबी आता था और मेरे शरीर से अपनी हवस को शांत किया | उस दिन मुझे जिन्दगी मे सेक्स मे जानवर नज़र आया, जो मेरे सारे बदन की शक्ति को चूस गया | उस दिन की बाद, मैने संभोग सिर्फ विदेशी आंटी के साथ ही किया और मज़े किये |
उसके बाद तो, आंटी ही सेक्स और संभोग के मज़े मेरी पसंद थी, उसके बाद मुझे एक विदेश यात्रा पर जाने के मौका मिला और मैने वहा भी विदेशी आंटी को चोदा और जो मज़े वहा की आंटी ने बिस्तर पर करवाए, उसने मुझे हर इंडियन आंटी के साथ बिस्तर पर बिताया हुआ समय भुला दिया | वो आंटी इतनी कामुक और मदमस्त थी और उसे अपने शरीर का उपयोग करना बखूबी आता था और मेरे शरीर से अपनी हवस को शांत किया | उस दिन मुझे जिन्दगी मे सेक्स मे जानवर नज़र आया, जो मेरे सारे बदन की शक्ति को चूस गया | उस दिन की बाद, मैने संभोग सिर्फ विदेशी आंटी के साथ ही किया और मज़े किये |
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