मंगलवार, 9 अप्रैल 2013

साले ने जीजा को लंड चूसाया

साले ने जीजा को लंड चूसाया ये कहानी अमन की है। तो कोलेज की परीक्षा खत्म होने के बाद अमन दीदी के यहा घुमने चला गया। बड़े जीजा ने कहा चलो साले साहब आपको शहर घुमा लाते हैं आपकी बड़ी दीदी घर पर नही है तो हमारा आपका मन लगा रहेगा। अमन चला शहर घूमने। बस में काफ़ी भीड़ थी, तो जीजा ने अपनी गोद में ही बिठा लिया। जीजू का बड़ा लंड उसकी गांड को बार बार छू रहा था और अमन को सिहरन हो जा रही थी। वाकई में उसे मजा आ रहा था। उसकी गांड में अब बाल उगने शुरु हो गए थे इसलिए वह काफ़ी सनसनाने लगी थी। जीजा तो वाकई रसिया होते जा रहे थे।
तभी उसने महसूस किया कि बस में ही जीजा ने उसे गोद में बिठाए बिठाए उसके लंड पर हाथ रखकर लंड का जायजा लेना शुरु कर दिया। उसे अजीब लग रहा था लेकिन काफ़ी मजा भी तो आ रहा था और बच्चा था तो कहने में भी शर्म आती थी। खैर जीजू ने पीछे से अपने लंड और बड़े अंड कोशो के डनलप पर बिठा कर शहर का रास्ता पार करा दिया और अमन आ गया शहर्।
मकान मे जाने के बाद वीसीआर पर जीजू ने डीवीडी लगा कर दी और कहा फ़िल्मे देखो और बगल की दुकान से जो भी पसन्द आये मांग लेना। अमन ने जाकर तीन चार ब्लू फ़िल्म की डीवीडी ले आया। शाम को आर्मी मैन जीजा ने अपना रम निकाला और पीने बैठे। अमन को बुलाया और बोले यार मैं अकेले तो पीता नही तू भी पीले साले साहब!! और इस तरह बहला फ़ुसला कर दो पैग पिला दिये। अमन को अब नशे का सुरुर चढ रहा था।
आर्मी वाले गांडू होते हैं ऐसा सुना था लेकिन जानता नही था। अमन को जीजा ने एक तौलिया दी पहनने को और कहा चड्ढी खोल दो काफ़ी गर्मी है। अमन ने चड्डी खोल दी और तौलिआ पहन ली। अब जीजा को बैठने पर अमन के लोडे, गांड और अंड्कोष दिख जा रहे थे। जीजा ने खुद भी अपना ऐसा हाल कर रखा था। इस हालत में अमन के मन में अजीब सी उलझन हो रही थी कि ये कहा फ़स गए। दारु का नशा हल्का हल्का चढ रहा था और अमन बेड पर लेट गया। जीजा को चोदने के लिए बहुत दिनो से नही मिला था। वो अमन का गांड मारने के चक्कर मे पडे हुए थे।
जब दारु चढ गई तो अमन अधबेहोश हो गया। और लेट गया। जीजा ने उसका लंड पकड़ के सहलाना शुरु किया और सरसो का तेल भी ले आए। तेल लगा कर गांड में मसाज शुरु कर दी। अमन को मजा आ रहा था, उसने ऐसा सब कभी नही किया था। जीजा के इरादे नेक नही थे, लेकिन अमन को उत्तेजित करने के लिए उन्होने अमन का लोडा चूसना शुरु कर दिया। अमन को फ़्री मे मजे मिल रहे थे, लेकिन यह  मजा सजा मे बदलने वाला था। जीजा ने अमन के पैर खोल कर उल्टा लिटा दिया और गांड में लोडा डालने की कोशिश करने लगे। वह अपनी गांड सिकोड़ ले रहा था और पचास बरस के फ़ौजी जीजा के लंड में इतना सख्ती नही थी कि वह इस छोटी सी गांड में छेद कर सके। उन्होने दोनो चूतडो  के बीच अपना लंड रगड़ कर गाड़ मारने की तमन्ना पूरी कर ली।
अंत में उन्होने अपना लंड अमन के मुह मे देने की कोशिष की। अमन का लंड वह पहले ही चूस चुके थे इसलिए चाह रहे थे कि अमन उनका लोडा चूस ले लेकिन अमन ने ऐसा नही किया। बेचारे जीजा की गांड मारने और लोडा चूसवाने की इच्छा तो पूरी ना हुई, उल्टा उन्हे लंड चूसना पड़ा।
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