गुरुवार, 21 जनवरी 2016

मौसी की वयस्क इंडियन बेटी ना रही कुंवारी

आज मैं आपको दोस्तों आपको मौसी किकी वयस्क इंडियन बेटी की चुत की रास लीला सुनाने जा रहा हूँ | दोस्तों रिश्ते में भाई – बहन लगने लगे पर जब मेरे सर अपर चुत का भुत सवार होता है तो मैं यह सब नहीं देखता और ऐसा ही कुछ मेरे साथ कुछ महीने पहले भी हुआ | दोस्तों जब मैंने अपनी मौसी के घर गया हुआ था तो एक दिन के लिए काम था मेरा और फिर मौसी ने भी जिद्द करके मुझे कहा की कुछ दिन उनके ही घर रुक जाऊं और फिर च्यूंकि मेरी उनकी बेटी अश्मिता से भी खूब जमने लगी थी तो मैंने सही समझकर रुकना ही ठीक समझा | अब जब सुबह मौसी काम पर चली जाया करती तो मैंने और अस्मिता ही घर पर रह जाया करते थे | हम काभी बातें करते तो कभी बस नज़रों ही नज़रों में एक दूसरे को देखते ही रह जाया करते थे |
दोस्तों हुआ भी यूँ की मैं उसके चुचों के गलियारे को देखा हर बार देखते रह जाया करता था और वो भी कभी मुझे अपनी कामुक इंडियन जवानी को ताडने से टोकती नहीं | मैं समझता जा रहा था की की यह वासना भरी चाहत हम दोनों के बीच ही है | एक भरी शाम जब मैं और अश्मिता खाना खा रहे थे तो वही बैठे – बैठे मैंने अपनी उँगलियों को को उसके नीचे जाँघों पर भी लहरा रहा था उसके पुरे बदन में हलचल मचनी शुरू हो गयी और उसका रोम रोम तन गया था | जब वो खाना खतम करके अपने कमरे में जान लगी तो मैं भी उसके पीछे पीछे रूम में चला गया | मुझे देखते ही वो शर्मा उठी और मैं भी नहीं रुका बस उससे चिपटते हुए उसकी गर्दन से लेकर होंठों तक अपने लबों से चूमने लगा | मैंने साथ ही अपने और अश्मिता के कपड़ों को खोलना शुर कर दिया | मैं अब कसके अश्मिता के नंगे के चुचों को चूस रहा था और वो भी भी मुझे चूम रही रही थी |
अश्मिता बिस्तर पर अपनी जाँघों को खोल लेट गयी और मैं उसकी चुत में ऊँगली अंदर – बाहर कर रहा था | अश्मिता की चुत गीली हो गयी और अब मैंने भी अपने लंड को चुत पर टिकाया और धक्का मारने शुरू कर दिया | अश्मिता ज़ोरों से अब सिसकियाँ भर रही थी [पर मैं मैं अभी भी उसकी वयस्क इंडियन चुत को पलते हुए थामना नहीं चाहता था | वो तडपती हुई अपनी चुत के दाने पर अपनी उँगलियों को रोटी हुई मसल रही थी | मेरे लंड पर मानो उस वक्त चींटी दौड़ने लगी पर मुझे सिर्फ मज़ा आ रहा था और मज़ा | जब मैं वहन झड गया तो मेरे लंड में जोर का दर्द होने लगा और तब पता चला की मैं भी मुनवर न रह गया था और दूसरी तरफ अस्मिता की वयस्क इंडियन चुत का भी खून निकल रहा था | मौसी की बेटी की चुत न अब कुंवरी था और न मैं कुंवारा और इन्ही जवानी के दिनों में मैं दिन में चार बार अपनी मौसी की लाडली की चुत को पेला करता था |
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